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1. नैतिक गुणों से जीवन में शान्ति आएगी …. ब्रह्मïकुमारी सरिता/2.ईश्वरीय ज्ञान के बिना संसार नहीं चल सकता -स्वामी सत्यमित्रानन्द गिरी

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प्रेस विज्ञप्ति १:

 नैतिक गुणों से जीवन में शान्ति आएगी …. ब्रह्मïकुमारी सरिता

उज्जैन, १३ मई: ब्रह्मïकुमारी सरिता दीदी ने राजयोग अनुभूति शिविर में कहा कि सुख और शान्ति से सम्पन्न जीवन बनाने के लिए हमें नैतिक गुणों को अपनाना होगा। यदि हम सभी लोगों में सद्ïगुण देखने की आदत बना लें तो यह गुणग्राही दृष्टिï ही ऐसा द्वार है जिस द्वार से हमारे जीवन में गुणों की प्रवेशता होती है। अत: इस द्वार को सदैव खुला रखें।

सरिता दीदी प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा दत्त अखाड़ा क्षेत्र बडऩगर रोड में आयोजित राजयोग अनुभूति शिविर में प्रवचन कर रही थी। उन्होंने कहा कि शान्ति में असीम शक्ति समाई हुई है। शान्ति के बल पर हम हर असम्भव कार्य को सम्भव कर सकते हैं, अपनी बुरी से बुरी आदतों को भी शान्ति के बल पर हम सहजता पूर्वक परिवर्तन कर सकते हैं। समस्त मानसिक रोगों का समाधान इस शान्ति की शक्ति में समाया हुआ है। इसी शान्ति के बल पर हम सर्वोच्च शक्ति ईश्वर को भी अपना बना सकते हैं।

उन्होंने आगे कहा कि पथिक को मंजिल का ज्ञान न होने पर मील का पत्थर उसे रास्ता बतलाता है। किन्तु मनुष्यों ने तो नैतिक एवं मानवीय मूल्य रूपी मील के पत्थरों को ही उखाड़ फेंका है और यह गलत धारणा बना ली है कि नैतिक मूल्यों को साथ लेकर कोई व्यक्ति जीवन में सफल हो ही नहीं सकता।

ब्रह्मïकुमारी सरिता दीदी ने कहा कि मन की शान्ति का आधार दिव्य गुण हैं। मनुष्य उसी मात्रा में शान्ति का अनुभव करता है, जिस मात्रा  में उसके अन्दर दिव्य गुणों का समावेश होता है। यदि मनुष्य अपने जीवन में एक गुण को भी गहराई से अपना ले तो उसके मन में सदैव शान्ति बनी रह सकती है। हमारी अशान्ति का कारण हमारी खुद की बुराइयॉं-ईष्र्या, द्वेष, अहंकार, इच्छा, क्रोध आदि है। हम शान्ति को कभी धन में ढूंढ रहे हैं, कभी भैतिक पदार्थों में, तो कभी पद और प्रतिष्ठïा में ढूंढ रहे हैं, लेकिन शान्ति तो हमारा आन्तरिक गुण है।

उन्होंने कहा कि सत्य भी मधुरता और नम्रता से बोलना चाहिए। कटु वचन काँटों की तरह चुभते हैं। स्नेह युक्त मधुर वाणी अन्य के जीवन में आनन्द और उत्साह के दीपक जलाती है। मन-बुद्घि की तार आत्मिक स्थिति में एकाग्र रहकर, शांति के सागर परमपिता परमात्मा से जोड़ऩे से शांन्ति के प्रकम्पन्न वायुमण्डल में फैलेंगे।

 

प्रेस विज्ञप्ति २:

ईश्वरीय ज्ञान के बिना संसार नहीं चल सकता   -स्वामी सत्यमित्रानन्द गिरी

उज्जैन, १३ मई: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा सिंहस्थ में दत्त अखाड़ा क्षेत्र में लगाए गए सत्यम शिवम सुन्दरम मेले का अवलोकन करने आज निवृत्तमान शंकराचार्य एवं भारत माता मन्दिर हरिद्वार के संस्थापक स्वामी सत्यमित्रानन्द गिरी जी पधारे।

अपने आशीर्वचन में उन्होंने भक्तों से कहा कि ईश्वरीय ज्ञान के बिना संसार नहीं चल सकता। जब यहाँ से लौट के अपने गांव में जाना तो सबसे कहना कि महाकाल के दर्शन तो दूर से हुए लेकिन अपनी साधना, प्रेम और स्नेह के कारण हमने नजदीक से नौ देवियों के चैतन्य रूप में दर्शन किए।

उन्होंने नौ देवियों की व्याख्या करते हुए कहा कि दुनिया दुर्गति की ओर जा रही है। इसलिए दुर्गा का स्मरण करना चाहिए। बुद्घि में क्रोध आने पर शीतला देवी को याद करना। इससे बुद्घि शान्त हो जाएगी। उन्होंने भारतीय संस्कृति की महिमा करते हुए कहा कि गायत्री मंत्र को पहला मंत्र बतलाते हुए कहा कि जब दुनिया भर के लोग परमात्मा से अपने लिए रोटी, कपड़ा और मकान मांग रहे थे तब हमारे देश के लोग गायत्री मंत्र के द्वारा बुद्घि मांग रहे थे। बुद्घि नहीं होगी तो मकान और पैसे को लेकर क्या करेंगे? इन देवियों के स्वरूप से ही समाज से भ्रष्टाचार और अन्याय को रोक सकेंगे? ऐसा वही कर सकेगा जिस पर ईश्वरीय कृपा होगी। ब्रह्माकुमारी आन्दोलन से इस कार्य में बहुत मदद मिल रही है।

उन्होंने कहा कि ब्रह्माकुमारी संस्थान की बहनें पूरे विश्व में अध्यात्म के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन के लिए सराहनीय कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि वह दुनिया में कई जगहों पर ब्रह्माकुमारी बहनों के निमंत्रण पर गए हैं। उन्होंने इस संस्थान की सभी दीदीयों को अपनी बहन बतलाते हुए कहा कि वह स्वयं को बहुत खुशनसीब समझते हैं कि उनकी इतनी सारी पवित्र बहनें हैं।

उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति के तरीके में अन्तर हो सकता है किन्तु हमें अच्छाइयों को स्वीकार करना चाहिए। जो अच्छे कार्यों की निन्दा करता है, वह उलूक वृत्ति वाले हैं। उन्होंने ब्रह्माकुमारी बहनों की सराहना करते हुए कहा कि यह सभी तपस्वी बहनें पवित्रता का पालन करती हैं। स्वच्छता का ध्यान रखती हैं। अपने हाथों से भोजन बनाकर खाती हैं। यह सभी तो प्रशंसनीय और अच्छी बाते हैं।

प्रेषक: मीडिया प्रभाग,

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय

सत्यम शिवम सुन्दरम मेला परिसर, दत्त अखाड़ा क्षेत्र,

उज्जैन सम्पर्क: ९४२५५१९५१४

 

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Brahma kumaris ujjain

उज्जैन में महाकाल लोक लोकार्पण कार्यक्रम मैं संतो के साथ ​ब्रह्माकुमारी बहनों का सम्मान-

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उज्जैन में ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर के विस्तारीकरण में महाकाल लोक का नव निर्माण किया गया।
श्री महाकाल लोक का लोकार्पण कार्यक्रम देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के कर कमलों द्वारा संपन्न हुआ।
देश भर से 200 से अधिक ओजस्वी संतो की गरिमामई उपस्थिति रही। जिसमे ब्रह्माकुमारी संस्था को भी विशेष आमंत्रित किया गया। इंदौर जोन की प्रशासनिक निर्देशिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी जी एवं उज्जैन क्षेत्र की निर्देशिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी उषा दीदी को विशेष अतिथि के तौर पर मध्य प्रदेश पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने सम्मानित किया। साथ में ब्रम्हाकुमारी अनीता बहन (इंदौर)ब्रम्हाकुमारी उषा बहन(इंदौर), ब्रह्मा कुमारी मंजू बहन (उज्जैन)का भी सम्मान किया गया।
ब्रम्हाकुमारी बहनों ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी से मिलकर परमात्म संदेश दिया। देश भर के विशिष्ट साधु-संतों महामंडलेश्वर शांति स्वरूपानंद जी, बाल योगी उमेश नाथ जी, आचार्य अवधेशानंद जी, ऋषिकेश के चिदानंद सरस्वती जी, महामंडलेश्वर नारदानंद जी, सिंधी समाज के आतम दास जी , रामेश्वर दास जी, आदी अनेक संतों से मुलाकात हुई।       जिन के कुछ फोटो अटैच है
1.महामंडलेश्वर साधुओं से मिलते हुए ब्रह्माकुमारी दीदीया।                                      
2.माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी(मध्य प्रदेश) एवं महामंडलेश्वर बाल योगी उमेश नाथ जी ,राजयोगिनी हेमलता दीदी जी(निर्देशिका इंदौर),उषा दीदी जी(संचालिका उज्जैन)अनीता दीदी, उषा दीदी मंजू दीदी।,            
3.मध्य प्रदेश पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्रीमती उषा ठाकुर के साथ ब्रह्माकुमारी बहने. 
4.राजयोगिनी हेमलता दीदी जी का सम्मान करते हुए मध्य प्रदेश पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्रीमती उषा ठाकुर.                                              
5.वाल्मीकि धाम के महामंडलेश्वर बाल योगी स्वामी उमेश नाथ जी के साथ ब्रह्माकुमारी हेमा दीदी, ब्रम्हाकुमारी उषा दीदी, अनिता बहन, उषा बहन,मंजू बहन.                                  
6.उज्जैन सिंधी समाज के मुख्य अलग धाम मंदिर के पीठाधीश्वर स्वामी आतम दास जी महाराज ब्रह्माकुमारी मंजू बहन से चर्चा करते हुए      
7.संत सम्मान के बाद बहने
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Doctors day celebration ujjain Rishinagar

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प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय ऋषि नगर उज्जैन द्वारा 1 जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे मनाया गया। शिव दर्शन धाम के हारमनी हॉल में आयोजित कार्यक्रम में शहर में सेवारत डॉक्टर का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में शहर के जाने-माने डॉक्टर्स सम्मिलित हुए।
1. डॉक्टर सुशील गुप्ता
 ( एम.डी मेडिसिन ,डायरेक्टर एस एस हॉस्पिटल)
2. डॉक्टर राजेंद्र बंसल
( ई.एन.टी स्पेशलिस्ट ,डायरेक्टर संजीवनी हॉस्पिटल)
3. डॉक्टर जया मिश्रा (गायनेकोलॉजिस्ट ,डायरेक्टर जे.के नर्सिंग होम एंड स्टैड फोर्ड स्कूल)
4. डॉक्टर श्रीपाल देशमुख (चाइल्ड स्पेशलिस्ट, डायरेक्टर देशमुख हॉस्पिटल)
5. डॉक्टर भोजराज शर्मा (आर.एम.ओ सिविल हॉस्पिटल उज्जैन)
6. डॉक्टर महेश मरमट
(ऑर्थो स्पेशलिस्ट)
7. विकास उथरा
(चेस्ट स्पेशलिस्ट्स)
8.डॉ निलेश व्यापारी
   (होम्योपैथिक)
9.डॉक्टर राजेश मेहता
    (रेडियोलॉजिस्ट)
10.डॉक्टर रुचि उतरा
     (डेंटिस्ट).
11. डॉ विमल गर्ग
     (एम.डी मेडिसिन)
  डॉक्टर जया मिश्रा ने कहा मरीज और डॉक्टर का संबंध विश्वास पर टिकता है। मरीज के विश्वास का ही फल है कि डॉक्टर उसका इलाज कर पाता है।
 डॉक्टर महेश मरमट ने कहा डॉक्टर को भगवान ना समझे इंसान है इंसान ही रहने दे गलती उससे भी होती हैं।
डॉक्टर सुशील गुप्ता जी ने कहा फेमिली डॉक्टर वह ब्रिज है जो मरीज और स्पेशलिस्ट डॉक्टर को जोड़ता है। उसकी भूमिका बहुत बड़ी होती है।
डॉक्टर श्रीपात देशमुख जी ने कहा आज के समय में फिजिकल हेल्थ, मेंटल हेल्थ और इमोशनल हेल्थ तीनों का ही ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
डॉक्टर भोजराज शर्मा जी ने कहा ब्रह्मा कुमारीज माउंट आबू में मेडिकल कॉन्फ्रेंस माइंड बॉडी मेडिसिन आयोजित किया जाता है ।जिसमें हम यह समझते हैं कि किसी भी बीमारी के इलाज में पहली भूमिका मन की फिर शरीर और अंत में मेडिसिन की है। राजयोग के निरंतर अभ्यास से हमारा मन शक्तिशाली बनता है शांति और धैर्य चित भी।
डॉक्टर विमल गर्ग जी ने फैमिली डॉक्टर की आवश्यकता पर प्रकाश डाला साथ ही अपने अनुभव से उन्होंने कहा राजयोग से मन में शीतलता,शांति और संतुष्टता की प्राप्ति होती है।
उज्जैन सेवा केन्द्र प्रभारी राजयोगिनी उषा दीदी जी के कर कमलों द्वारा सभी डॉक्टर्स को सम्मान पत्र एवं शॉल ओढ़ाकर  सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का कुशल संचालन ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी जी ने किया।
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23 March Brahma Kumaris Ujjain : Blood donation Camp

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