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सत्यम शिवम सुंदरम मेले में हुआ संतों का संगम
प्रेस विज्ञप्ति १:
आत्मा का परमात्मा से मिलन ही राजयोग – ब्रह्माकुमारी समिता दीदी
उज्जैन, १८ मई: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा दत्त अखाड़ा क्षेत्र बडऩगर रोड में आयोजित राजयोग अनुभूति शिविर में ब्रह्मïाकुमारी समिता दीदी ने आज राजयोग का आधार एवं विधि समझाते हुए कहा कि गीता में स्वयं ईश्वर के द्वारा सिखाये गये योग को राजयोग कहा जाता है। राजयोग आत्मा से परमात्मा के मिलन का योग है। यूं तो योग अक्षर सुनते ही मन में आता है कि योग कोई आसन यायिया है। लेकिन परमात्मा ने जो योग सिखाया उसमें कहा कि देह सहित देह के सर्वधर्म को भूल मन और बुद्घि को मुझमें लगाओ तो मैं तुम्हें सर्व पापों से मुक्त कर दूंगा।
ब्रह्माकुमारी समिता दीदी ने राजयोग का अर्थ बताते हुए कहा कि राजयोग हमें, मैं कौन हूं, कहां से आया हूं, हमारा पिता परमात्मा कौन हैं, सृष्टि चक्र कैसे चलता है, अपने इन्द्रियों पर राज्य कैसे कर सकते हैं, जैसे कई रहस्यों को स्पष्ट करता है और संस्कार परिवर्तन से संस्कार परिवर्तन की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि किसी को भी हम चार आधारों पर याद करते हैं उसी प्रकार राजयोग के भी चार आधार हैं- परिचय, संबंध, स्नेह और प्राप्ति। आज परमात्मा के साथ हमारी याद प्राप्ति के आधार पर है। हम मंदिरों में जाकर अपनी मनोकामना भगवान के आगे रखते हैं और कहते हैं कि यदि ये मनोकामना पूर्ण हुए तो इतने का चढ़ावा चढ़ायेंगे। लेकिन परमात्मा के साथ हमारी याद काआधार दिल का स्नेह होना चाहिये।
राजयोग की विधि बताते हुए उन्होंने कहा कि जिस प्रकार वायर को पावर हाउस से जोडऩे के लिये वायर के उपर का रबर हटा दिया जाता है तब करेन्ट का प्रवाह तार में होने लगता है। ठीक इसी प्रकार ज्योतिर्बिन्दू परमात्मा शिव की याद के लिये देह को भूल स्वयं को आत्मा निश्चित कर उसे याद करने से ही परमात्मा के गुण एवं कर्तव्यों का प्रवाह हमारे अंदर होने लगेगा और हम सुख-शान्ति से सम्पन्न बन जायेंगे।
उन्होंने ओमशान्ति का अर्थ बताया कि जब हम आपस में मिलते हैं तब ओमशान्ति कहकर संबोधित करते हैं जो हमें स्मृति दिलाता है कि हम आत्मायें शान्त स्वरुप हैं, शान्ति के सागर परमात्मा की संतान हैं और शान्तिधाम हम आत्माओं का घर है।
प्रेस विज्ञप्ति २:
सत्यम शिवम सुंदरम मेले में हुआ संतों का संगम
उज्जैन, १८ मई: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा सिंहसथ में दत्त अखाड़ा क्षेत्र में बडऩगर रोड पर लगाए गए सत्यम शिवम सुन्दरम मेले में आज अनेक जाने माने संतों ने शिरकत की। सभी ने मेले का अवलोकन किया तथा भव्य चैतन्य झांकी भी देखा। इसमें रामस्नेही संप्रदाय के प्रमुख, जगत्गुरु स्वामी रामदयाल महाराज, स्वामी विद्यानन्द महाराज, महामण्डलेश्वर स्वामी प्रेमानंद, मुंबई एवं स्वामी प्रशांतानन्द महाराज गंगोत्री शामिल हुए। साथ ही इंदौर के प्रतिष्ठित व्यापारी जगदीश अग्रवाल ने भी मेले का अवलोकन किया।
प्रेषक: मीडिया प्रभाग,
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय
सत्यम शिवम सुन्दरम आध्यात्मिक मेला, उज्जैन
फोन: ०७३४-२९७०००२
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